प्रभु श्री राम और महाँकाल का युद्घ (mahadev or shree ram ka yuddha)

प्रभु श्री राम और महाँकाल का युद्घ (mahadev or shree ram ka yuddha) || ॐ नमः शिवाय || प्रभु श्री राम और महादेव का युद्ध बहुत कम ही लोगों को पता है कि मर्यादा पुरूषोत्तम राम और महादेव के बीच प्रलयंकारी युद्ध हुआ। पुराणों में विदि्त दृष्टांत के अनुसार यह युद्ध श्रीराम के अश्वमेघ यज्ञ के दौरान लड़ा गया। बात उन दिनों कि है जब श्रीराम का अश्वमेघ यज्ञ चल रहा था। यज्ञ का अश्व कई राज्यों को श्रीराम की सत्ता के अधीन किए जा रहा था। इसी बीच यज्ञ अश्व देवपुर पहुंचा जहां राजा वीरमणि का राज्य था. राजा वीरमणि भगवान शंकर की तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया था और महादेव ने उन्हें उनकी और उनके पूरे राज्य की रक्षा का वरदान दिया था। महादेव के द्वारा रक्षित होने के कारण कोई भी उनके राज्य पर आक्रमण करने का साहस नहीं करता था। जब यज्ञ का घोड़ा उनके राज्य में पहुंचा तो राजा वीरमणि के पुत्र रूक्मांगद ने उसे बंदी बना लिया। अश्व को बंदी बनाने के कारण अयोध्या और देवपुर में युद्ध होना लाजमी था। राजा वीरमणि अपने भाई वीरसिंह और अपने दोनों पुत्र रूक्मांगद और शुभांगद के साथ विशाल सेना ले कर युद्ध क्षेत्र ...