शिव जी को देवो के देव महादेव क्यों कहते है

शिव जी को देवो के देव महादेव क्यों केहते हैMera Instagram account

Devo ke dev mahadev 

सब लोग यही सोचते है कि उन्हों ने हलाहल विष पीया था समुद्र मंथन से एशिलिये उन्हें देवो के देव महादेव कहते है ये संपूण सत्य नही है

पर आप सब को पता होंतो जब विष नही पिया था उससे पेहले से ही देवो के  देव महादेव कहते है सब देवी देवता ओर ये सम्पूर्ण जगत

शिव या महादेव हमारे हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव भी कहते हैं। इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ,गंगाधार के नाम से भी जाना जाता है

भगवान शिव को संहार का देवता कहा जाता है। भगवान शिव सौम्य आकृति एवं रौद्ररूप दोनों के लिए विख्यात हैं। अन्य देवों से शिव को भिन्न माना गया है। सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति एवं संहार के अधिपति शिव हैं। त्रिदेवों में भगवान शिव संहार के देवता माने गए हैं। शिव अनादि तथा सृष्टि प्रक्रिया के आदिस्रोत हैं और यह काल महाकाल ही ज्योतिषशास्त्र के आधार हैं। शिव का अर्थ यद्यपि कल्याणकारी माना गया है, लेकिन वे हमेशा लय एवं प्रलय दोनों को अपने अधीन किए हुए हैं।

ये संपूर्ण जगत उन्ही है से जन्म लिया है जिनमे समस्त ब्रह्मांड वाश करता है ओर अंत मे सब उन्ही में समा जाएगा वो ही है महादेव जब परब्रम्ह सदाशिव प्रत्यक्ष रूप धारण करते है तो उन्हें देवो के देव महादेव कहते है अर्थात शिव जी के नाम से जाने जाते है

शिवशक्ति ही ही है सब कुछ सब वो ही है महादेव यानी काले के काल महाँकाल जिनके बस में है सब काल वो भूत भविष्य वर्तमान वो सब से परे है वो है महाँकाल
Mere mahakaal baba ki jai 

हमारे तो ...
​महाकाल ही पिया है​
महाकाल ही दिया है
​महाकाल ही मीत है​
​महाकाल ही प्रीत है​

Har har mahadev

​महाकाल ही जीवन है​
​महाकाल ही प्रकाश है​
​महाकाल ही जीवनज्योती हैै​
​महाकाल ही सांस है​

Jai jai mahakal

​महाकाल ही आस है​
​महाकाल ही प्यास हैै​
​महाकाल ही ज्ञान है​
​महाकाल ही ससांर है​

Jai bholenath

​महाकाल ही प्यार है​
​महाकाल ही गीत है​
​महाकाल ही संगीत है​
​महाकाल ही लहर है​

Shiv shambhu

​महाकाल ही भीतर है​
​महाकाल ही बाहर है​
​महाकाल ही बहार है​
​महाकाल ही प्राण है​

Shivaay namah om

​महाकाल ही जान है​
​महाकाल ही संबल है​
​महाकाल ही आलंबन है​
महाकाल ही दर्पण है

Kalo ke kaal mahakaal

​महाकाल ही धर्म है​
​महाकाल ही कर्म है​
​महाकाल ही मर्म है​
​महाकाल ही नर्म है​

Devo ke dev mahadev 

​महाकाल ही प्राण है​
​महाकाल ही जहान है​
​महाकाल ही समाधान है​
​महाकाल ही आराधना है​

Jai jai bholenath ki

​महाकाल ही उपासना है​
​महाकाल ही सगुन है​
​महाकाल ही निर्गुण है​
​महाकाल ही आदि है​

Jai shiv jai om

​महाकाल ही अन्त हैै​
​महाकाल ही अनन्त है​
​महाकाल ही विलय है​
​महाकाल ही प्रलय है​

Mahakaal 

​महाकाल ही आधि है​
​महाकाल ही व्याधि है​
​महाकाल ही समाधि है​
​महाकाल ही जप है​

Hari om hari om

​महाकाल ही तप है​
​महाकाल ही ताप है​
​महाकाल ही यज्ञः है​
​महाकाल ही हवन है​

Mahadev. Mahadev

​महाकाल ही समिध है​
​महाकाल ही समिधा है​
​महाकाल ही आरती है​
​महाकाल ही भजन है​

​महाकाल ही भोजन है​
​महाकाल ही साज है​
​महाकाल ही वाद्य है​
​महाकाल ही वन्दना है​

​महाकाल ही आलाप है​
​महाकाल ही प्यारा है​
​महाकाल ही न्यारा है​
​महाकाल ही दुलारा हैै​

​महाकाल ही मनन है​
​महाकाल ही चिंतन है​
​महाकाल ही वंदन है​
​महाकाल ही चन्दन है​

​महाकाल ही अभिनन्दन है​
​महाकाल ही नंदन है​
​महाकाल ही गरिमा है​
​महाकाल ही महिमा है​

​महाकाल ही चेतना है​
​महाकाल ही भावना है​
​महाकाल ही गहना है​
​महाकाल ही पाहुना है​

​महाकाल ही अमृत है​
​महाकाल ही खुशबू है​
​महाकाल ही मंजिल है​
​महाकाल ही सकल जहाँ है​

​महाकाल समष्टि है​
​महाकाल ही व्यष्टि है​
​महाकाल ही सृष्टी है​
​महाकाल ही सपना है​

​महाकाल ही अपने है ।।​
ऐसे लिखा जाए तो कभी खत्म न हो वो ही है सर्व परे है

अतः महादेव से ही सब कुछ जन्म लेता है और अंत है उन्ही में सब चला जायेगा बोत भोले है मेरे भोलेनाथ जिनतनी जल्दी से जल्दी प्रसन्न हों जाते है इसलिये उन्हें  भोंलेनाथ केहते है कहते है कि उन्हें एक बेल पत्र से भी बुलाये तो वो चले आते है बस मन मे सच्ची आस्था होनी चाहिए

वैशे से तो सब कुछ मिलता है उनके दरबार मे पर हमें वोही मिलता है जो हमारे लिए अच्छा हो कहते है कि जैसे कर्म करोगे वेशा ही भरना है हम सब अच्छे कर्म करेगे तो हमारे साथ भी अच्छा ही होगा

इसलिए अहंकार को त्यागो ओर प्यार करो सब से सच्ची ओर अच्छाई की राह चुनो भले वो कठिन है पर सब से अच्छा वो ही होता है

जुठ असत्य सब हावी होता है पर थोड़ा समय के लिये अंत मे सत्य की ही जय होती है

वो कहते है ना
करुणा के सागर
दया के स्वामी .
गौरी शँकर अन्तर्यामी त्रिलोंकिनाथ!.
त्रिभुवनके दाता!
करत दरश मन!!!
अति सुख पाता!!

जिनकी लीला है अपरंम पार है
त्रिलोक करे उनकी पूजा
लीला ओ के सागर
वो ही
देवो के देव महादेव

 || ॐ नमः शिवाय ||
|| हर हर महादेव ||
|| ॐ जय श्री महाँकाल ||

ॐ नमः पार्वती पति हर हर महादेव की जय हो

|| जय भोंलेनाथ ||

आप को मेरा ब्लॉग अच्छा लगता हो तो सब से शेर करे और आगे बोत सारी पोस्ट करेगे

|| जय हो महाँकाल की तो चिंता नही काल की ||

shiv ji ka dash | mahadev ke diwane
shiv ji ka dash | mahadev ke diwane
shiv ji ka dash | mahadev me diwane



Comments

  1. Mahadev ki kripa bahut jaruri hoti hai aapne bahut hi acchi post likhi aapki post hume pasand aayi dhayvad aise post likhne ke liye Devo ke dev mahadev status in Hindi Har Har Mahadev

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